Rajasthan University me UG SEM I, SEM II Result Pass Fail Back Kaise Jane ?
राजस्थान यूनिवर्सिटी में सेमेस्टर सिस्टम में पता ही नही चल पाता की स्टूडेंट फ़ैल हुआ है या पास तो आज हम विस्तार से जान सकेंगे की इसका रिजल्ट क्या है आइये जानते है
एक साल में 2 सेमेस्टर होंगे
यदि स्टूडेंट नॉन कॉलेज है तो उसका एक साथ में ही दोनों सेमेस्टर की एग्जाम लगेगी और एक साथ ही रिजल्ट आएगा
यदि स्टूडेंट रेगुलर पढ रहा है तो उसके दो सेमेस्टर की अलग-अलग से एग्जाम होगी फर्स्ट सेमेस्टर और सेकंड सेमेस्टर, और रिजल्ट भी अलग-अलग आएगा
हम दोनों सेमेस्टर के बारे में समझ सकेंगे कि वह फेल है बैक है या पास है
यदि कैंडिडेट रेगुलर स्टूडेंट है तो उसको टोटल 26 क्रेडिट चाहिए पास होने के लिए यदि फर्स्ट सेमेस्टर में उसके 26 क्रेडिट नहीं आते हैं तो वह स्टूडेंट बैंक है
Rajasthan University me UG SEM I, SEM II Result Pass Fail Back Kaise Jane
हर सब्जेक्ट में पास होने के लिए 40% नंबर होना जरूरी है जो भी थ्योरी सब्जेक्ट यानि 120 नंबर का पेपर होता है तो उसका 40% पास होना जरूरी है यानी कि पेपर 120 नंबर का है तो उसका 40% थ्योरी सब्जेक्ट में पास होने के लिए उसको 48 नंबर आना जरूरी है तब जाकर ही वह पास होगा सब्जेक्ट जैसे की पॉलिटिकल साइंस हिस्ट्री हिंदी जो भी 120 नंबर के पेपर है उन सब में पास होने के लिए 48 नंबर होना जरूरी है
यदि कोई प्रेक्टिकल सब्जेक्ट है तो प्रेक्टिकल सब्जेक्ट 80 नंबर का होता है तो 80 का 40% यानि 32 नंबर यदि कोई प्रेक्टिकल सब्जेक्ट है तो उसको पास होने के लिए 32 नंबर होना जरूरी है
पास होने के लिए थ्योरी सब्जेक्ट में 48 नंबर और प्रेक्टिकल सब्जेक्ट में 32 नंबर यदि इसे कम नंबर आएंगे तो उसके बैक लगेगी यानी कि उसके नंबर पर स्टार निशान लगा हुआ आएगा
यदि कोई पेपर 40 नंबर का है जैसे कि कंप्यूटर, एनवायरमेंट वाला तो 40 का 40% 16 नंबर होना जरूरी है जो पेपर 40 नंबर का है उसका उसको पास होने के लिए 16 नंबर चाहिए
पास होने के लिए 40% होना जरूरी है और टोटल स्कोर क्रेडिट में 26 को होना जरूरी है एक सेमेस्टर में
रेगुलर स्टूडेंट के फर्स्ट सेमेस्टर में यदि टोटल क्रेडिट 26 से कम है और पेपर में 48 या 32 या 16 से कम नंबर आए हैं तो वह फर्स्ट सेमेस्टर में फेल नहीं होगा सिर्फ उसके बैक ही लगेगी याद रहे फर्स्ट सेमेस्टर में कोई भी फेल नहीं होगा उसके 26 क्रेडिट से कम है फिर भी
यदि स्टूडेंट नॉन कॉलेज है तो उसका फर्स्ट सेमेस्टर और सेकंड सेमेस्टर का एक साथ रिजल्ट आएगा दोनों में 26 + 26 = 52 क्रेडिट होना जरूरी है और रेगुलर स्टूडेंट को भी पास होने के लिए 52 क्रेडिट होना जरूरी है रेगुलर स्टूडेंट का फर्स्ट सेमेस्टर 26 + 26 = 52 क्रेडिट यदि रेगुलर स्टूडेंट के दोनों सेमेस्टर मिलाकर 52 क्रेडिट से कम हो तो उसके बैक लगेगी या 3 सब्जेक्ट में बेक है तो फ़ैल होगा और 3 से कम है तो बेक लगेगी
यदि रिजल्ट में कुछ इस तरह आ रहा है तो उनका निम्न मतलब है
RW/EX = रिजल्ट वेटिंग या रिजल्ट रोका
RW EN = रिजल्ट रोका है एनरोलमेंट की वजह से या एनरोलमेंट की फीस जमा नही कराई
AA = अप्सेंट है
G = ग्रस
RESULT
BACK PRAMOTE* = BACK
NOT PROMOTE = FAIL
PASS PROMOTE = PASS
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